अवैध निर्माण के खिलाफ वन विभाग ने चलाया अभियान, बेघर हुए लोगों ने भेदभाव का लगाया आरोप

गिरिडीह : पीरटांड़ प्रखंड क्षेत्र के मधुबन में वन विभाग के द्वारा कोरिया बस्ती में वन भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान वन विभाग की टीम ने जेसीबी के द्वारा कई पक्के निर्माण को ध्वस्त कर दिया। जिससे वहां रहने बाले लोगों के बीच अफरातफरी मच गयी। आंखों के सामने अपने उजड़ते आशियाना को देख गृहस्वामी के आंखों से आंसू तक छलक पड़े, लेकिन उनके आंसुओं की परवाह किऐ बगैर सरकारी बुलडोजर ग्रामीणों के सपनों को ध्वस्त करता रहा।

नेत्रहीन के अर्धनिर्मित पक्के मकान को भी तोड़ा

इस दौरान नेत्रहीन बुधनी देवी का अर्धनिर्मित पक्के मकान को भी वन विभाग की टीम ने बुलडोजर लगा कर तोड़ दिया। भीख मांग कर जीवन गुजर करने बाली दिव्यांग बुधनी का यह मकान प्रधानमंत्री अवास योजना से वन रहा था।बुधनी अपनी आंखों से अपने सपनों को ध्वस्त होता तो नहीं देख पायी,लेकिन सरकारी बुलडोजर की आवाज ने उसके कलजे को दहला कर रख दिया। वन विभाग की इस कार्रवाई में जिन दूसरे लोगों का मकान टूटा वह भी काफी परेशान रहे।

वन विभाग पर उठ रहा सवाल

उन्होंने आरोप लगाया कि मधुबन की अलिशान कोठीयों के इशारे पर वन विभाग की टीम ने कुछ चुनिंदा लोगों के आशियाना को निशाना बनाया है। जबकि इस इलाके में दर्जन से ज्यादा अवैध पक्के मकान वन भूमि पर है। जिन्हें छुआ तक नहीं गया। बहरहाल वन विभाग की इस भेदभाव कार्रवाई को लेकर कई सवाल मधुबन की गलियों में चर्चा का बिषय बना हुआ है।