दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल रहा असरदार, ट्रेड यूनियन कर्मियों ने दिया धरना

गिरिडीह : ट्रेड यूनियन द्वारा आहूत दो दिवसीय हड़ताल का पहला दिन गिरिडीह जिले में भी काफी असरदार रहा. हड़ताल को लेकर सभी कर्मीयों ने एलआईसी शाखा परिसर में धरना दिया और केंद्र सरकार के क्रियाकलापों पर नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर भ्रत्सना की.

गौरतलब है कि 10 केंद्रीय श्रम संगठन, 100 से अधिक एसोसिएशन और फेडरेशन के आह्वाहन पर 28-29 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल आहूत है. हड़ताल को लेकर बैंक एवं बीमा के सैकड़ों कर्मचारियों ने ऑल इंडिया इंश्योरेंस एंपलाइज एसोसिएशन, बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, बीएसएसआर यूनियन के बैनर तले पर धरना दिया.

धरना कार्यक्रम में गिरिडीह सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी पहुंचे और सभी को सम्बोधित किया. मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे देश को लोक कल्याणकारी राज्य का दर्जा दिया गया है. कल्याणकारी राज्य परिसंपत्तियों और संसाधनों के असमान वितरण को नियंत्रित करता है, लेकिन दुर्भाग्यवश 2014 के बाद संसाधन कुछ हाथों में संकुचित हो गया सरकार के विनिवेशीकरण की नीतियों के कारण देश में आर्थिक असमानता बढ़ी है. मैं इस हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन देता हूं.

वहीं बीमा कर्मचारी संघ के सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि दो दिवसीय हड़ताल आम जनों के मुद्दों को लेकर किया जा रहा है. केंद्र सरकार के विनिवेशी करण एवं निजी करण की नीति, महंगाई, बेरोजगारी , देश की परिसंपत्तियों को निजी औद्योगिक घरानों को सौंपने की नीति के खिलाफ हड़ताल किया जा रहा है.

धरना को बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के गौतम कुमार, ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के उदय सिंह, बीएसएसआर यूनियन के मृदुल कांति दास, माले नेता राजेश कुमार सिन्हा, झारखंड मुक्ति मोर्चा नेत्री प्रमिला मेहरा, एपवा माले नेत्री प्रीति भास्कर, चिकित्सा कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अंजनी कुमार वर्मा, बीमा कर्मचारी संघ के कुमकुम वाला वर्मा, श्वेता कुमारी, शिखा सिंह, पुष्पा कुमारी आदि ने संबोधित किया. मौके पर वक्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर आलोचना की.

धरना में संजय शर्मा, अनुराग मुर्मू, कुमकुम वाला बर्मा, श्वेता कुमारी, प्रज्ञा आनंद, अंशु कुमारी, दीपक कुमार पासवान, प्रवीण कुमार हांसदा, उमा नाथ झा, राजेश कुमार, डेनियल मरांडी, सबा परवीन, नरेंद्र कुमार दास, मृत्युंजय कुमार, सीताराम, दीपक कुमार लाल, अजय आनंद, जुगल किशोर, दीनानाथ सिंह, शैलेंद्र कुमार दास, फिलिप किसको, ध्रुव कुमार समेत सैकड़ों एलआईसी बैंक के कर्मचारियों ने भाग लिया.