उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का 10 मार्च को आया एतिहासिक परिणाम आज अपने अंजाम तक पहुंचेगा. योगी 2.0 की आज से शुरुआत हो जाएगी. भव्य आयोजन के बीच योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. योगी के साथ मंत्रियों की भी लंबी टीम होगी. तैयारियां भव्य है और मेहमानों की लिस्ट काफी लंबी है.
आज दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे योगी
नया उत्तर प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ योगी आदित्यनाथ आज दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे. शपथ से पहले सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. सबसे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में कल योगी आदित्यनाथ को एनडीए के विधायक दल का नेता चुना गया. विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ राजभवन पहुंचे और राज्यापाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने सहयोगियों के साथ राजभवन में बहुमत होने का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा.
तीन दशकों से भी ज्यादा वक्त के बाद सीएम होगा रिपीट
यूपी के इतिहास में तीन दशकों से भी ज्यादा वक्त के बाद ऐसा मौका आया है, जब कोई मुख्यमंत्री दूसरे कार्यकाल को रिपीट करने जा रहा है. ये सब बीजेपी को मिले बंपर जनादेश की बदौलत मुमकिन हुआ है. तो इस ऐतिहासिक जीत के बाद शपथ लेने जा रहे योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन भी ऐतिहासिक होने वाला है.
शाम चार बजे लखनऊ के इसी इकाना स्टेडियम में भव्य मंच पर योगी आदित्यनाथ शपथ लेने वाले हैं. ताजपोशी की तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं. ऐतिहासिक तैयारी की झलक ना सिर्फ इस स्टेडियम के भीतर दिख रही है, बल्कि पूरे लखनऊ को सजाया गया है. एयरपोर्ट से लेकर इकाना स्टेडियम तक का रास्ता बीजेपी के झंडे, पोस्टर और होर्डिंग्स से पाट दिया गया है.
समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की लिस्ट काफी लंबी
भव्य शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की लिस्ट काफी लंबी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, बीेजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, तमाम केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के राज्यों के मुख्यमंत्री तो मौजूद होंगे ही बल्कि राज्य में विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा गया है. पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, मायावती, RLD के जयंत चौधरी को योगी आदित्यनाथ ने खुद फोन पकर शपथ ग्रहण समारोह में आने का निमंत्रण दिया है. इतना ही नहीं देश के कई नामचीन उद्योगपति, बड़े-बड़े धर्माचार्य, साधु-संत भी शपथग्रहण के गवाह बनेंगे.