तिसरी : प्रखण्ड में चाइल्ड लाइन की टीम की सक्रियता से एक नाबालिग का बाल विवाह टल गया है. मामला प्रखंड के मनसाडीह ओपी क्षेत्र का है. बताया गया कि चाइल्ड लाइन के केस वर्कर नरेश कुमार वर्मा को मिले गुप्त सूचना मनसाडीह ओपी प्रभारी अंकित कुमार के सहयोग से वे लोग एक टीम बनाकर बच्ची के घर पहुंचे और उसके अभिभावक को बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह कानूनन जुर्म है के विषय में समझाया. साथ ही बाल विवाह नहीं करने की हिदायत दी.
मौके पर सवेरा फाउंडेशन के प्रवेक्षक सह बाल अधिकार कार्यकर्त्ता इंकज कुमार ने भी अभिभावकों को इसके दुष्परिणाम को बताते हुए कहा कि बाल विवाह यौन शौषण को बढ़ावा देता है. जिससे बच्चे की शिक्षा और स्वास्थ्य पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है जो समाज की उत्थान में दरार पैदा कर सकता है. लिहाजा बाल विवाह एक अक्षम्य अपराध है. बताया गया कि विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी समाज में बाल विवाह जैसी कुरीतियों अभी भी बरकरार है. लेकिन इस पर अंकुश लगाने की दिशा में टीम संस्था काम कर रही है और सूचना मिलने पर बाल विवाह होने से रोका भी जा रहा है.