अंचल में अजूबा, सब पैसों की माया

गिरिडीह : अंचल में एक ऐसा अजूबा है,जो लोगों को हैरान परेशान करता है।लेकिन जमीन दलाल, हल्का कर्मचारी, सीओ को मालामाल कर देता है।बात अंचल से रसीद निर्गत करने की हो या लैंड पोजिशन सर्टिफिकेट लेने का,आम नागरिक अंचल की दौड़ लगाते रह जाते है।लेकिन जब पैसे की माया सामने आती है तो अंचल का अंजूबा तुरंत हरकत में आ कर सब काम आसान कर देता है।ऐसा ही एक अजूबा की पड़ताल से हम आप को रूबरू करा रहे है।दरअसल गिरिडीह अंचल के मौजा लखारी थाना नम्बर 101 में खाता नम्बर 97 प्लौट नम्बर 888 का कुल खतीयान में 36 डीसमील रकवा दर्ज है लेकिन अंचल की आनलाईन पंजी में विभिन्न रैयतों के नाम कुल 65 डीसमील जमीन की जंमाबदी कायम है और कुल 65 डीसमील जमीन का लैंड पोजिशन सर्टिफिकेट अंचल के द्वारा जारी भी किया गया है।

 

यह अजूबा राजस्व कर्मचारियों ने पैसों की माया के लिए किया और जमीन दलालों ने यह अजूबा करवाया 888 नम्बर प्लौट के इर्द गिर्द मौजूद सरकारी गैरमजरूआ जमीन और सीसीएल की जमीन को बेचने के लिए किया।जबकि इस अजूबा से ठगे गये लोगों को पता ही नहीं है कि रैयती जमीन की जगह उन्हें जमीन दलालों ने सरकारी गैरमजरूआ जमीन और सीसीएल की जमीन पर दखल दे कर 888 नम्बर प्लौट बेच डाली है।हम इस तरह के कई और अजूबा की कहानी ले कर जल्द आयेगे, ”अंचल में अजूबा” अंक में ।