पत्नी से अवैध संबंध के शक पर पुत्र ने की थी पिता की हत्या, फिर खुद ही दर्ज करवाया था पिता के हत्या का FIR

एसडीपीओ ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी

गावां : गिरिडीह जिले के गांवा और तिसरी बॉर्डर पर बीतें सोमवार को 62 वर्षीय बासो महतो के हुए हत्या मामले का पुलिस ने उद्द्भेदन कर लिया है. वहीं इस ब्लाइंड केस को पुलिस ने महज एक सप्ताह के अंदर सुलझा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने प्रेसवार्ता कर मामले की पूरी जानकारी दी. घटना के कारणों को जानकार आप भी स्तब्ध रह जायेंगे.

 

मामले को लेकर एसडीपीओ ने बताया कि बॉर्डर पर मिले शव की सूचना पर गावां व तिसरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया. वहीं इस मामले में मृतक बासो महतो के बड़े पुत्र भवानी यादव के फर्दबयान के आधार पर गावां थाना में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध पुलिस ने कांड संख्या 111/ 22 दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी.

पूछताछ में अपने जुर्म को किया स्वीकार

कांड के उद्द्भेदन को लेकर एक विशेष टीम का गठन भी किया गया. टीम ने जांच शुरू किया और मिले गुप्त सूचना पर पुलिस ने मृतक के बड़े पुत्र भवानी यादव को थाने लाकर पूछताछ करना शुरू किया. पूछताछ के क्रम में भवानी यादव टूट गया और उसने पुलिस के समक्ष अपने पिता की हत्या की बात कबूल कर ली.

हत्या करने के पीछे बताई यह वजह

एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान भवानी यादव ने बताया कि उसकी पत्नी गुड़िया देवी से जबरदस्ती अवैध संबंध बनाने एवं दो पुत्री के गले में रस्सी से दबाकर दोनों पुत्री को मानसिक रूप से अपंग करने की वजह से उसने सब्बल से वार कर अपने पिता की हत्या कर दी. पुलिस के समक्ष दिए बयान में उसने बताया कि उसे डर था कि पिता बासो महतो कहीं उसके 22 दिन के नवजात पुत्र को अपंग न बना दें. आरोपी भवानी यादव के निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सब्बल को भी बरामद कर लिया है. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि पूर्व में भी उसने हत्या की कोशिश की थी, मगर सफल नहीं हो सका था. एसडीपीओ ने टीम में शामिल पदाधिकारी और कर्मियों को इनाम के लिए अनुशंसा की बात कही है.

इन पुलिस पदाधिकारियों की सूझबुझ से कांड का हुआ उद्द्भेदन

 

कांड के उद्द्भेदन में खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार महतो, इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, गावां थाना प्रभारी पिन्टु कुमार, अनुसंधानकर्ता पु0अ0नि0 दीपक कुमार, तिसरी थाना प्रभारी पिंकु प्रसाद, आरक्षी कमलेश कुमार सिंह, शिव शंकर यादव शामिल थे.