गिरिडीह : नगर निगम क्षेत्र के 28 नंबर भंडारीडीह स्थित तालाब आज मरणासन्न की अवस्था में पहुंच गया है. नगर निगम अंतर्गत रहने के बावजूद इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. बता दें कि कभी इस तालाब में भीषण गर्मी में भी पानी लबालब भरा रहता था. यहां के रहने वाले सैकड़ों लोग इस तालाब के पानी का उपयोग स्नान आदि कार्य के लिए करते थे.
मवेशी भी गर्मी के मौसम में इस तालाब में आकर अपनी प्यास बुझा लिया करते थे. वहीं चैत्र नवरात्र के बाद यहां प्रतिमा का भी विसर्जन किया जाता है, लेकिन आज हालात ऐसे हैं कि एक बूंद भी पानी इस तालाब में नहीं है. गर्मी की शुरुआती सीजन में ही यह तालाब बिल्कुल सूख चुका है और इसका प्रमुख कारण शासन प्रशासन की बेरुखी है.
बताया जाता है कि इस तालाब को बचाए रखने को लेकर पिछले तीन चार दशक से कोई भी काम नहीं किया गया है. लगातार तालाब में उग रहे जलकुंभीयों ने इस तालाब को अपने चपेट में ऐसा ले लिया कि यह तालाब मृत अवस्था में पहुंच गया है.
स्थानीय ग्रामीण अब इस तालाब को फिर से पुर्णजीवित देखना चाहते हैं इसलिए उन्होंने जिला प्रशासन और गिरिडीह नगर निगम से इस तालाब को साफ सफाई करवाने की मांग की है. गौरतलब है कि जल स्रोतों को बचाने के लिए के लिए सरकारी आदेश जारी है, लेकिन नगर निगम क्षेत्र के 28 नंबर स्थित यह तालाब 5 एकड़ रकबा में फैला है जो आज मृत अवस्था में है.