सौतेली मां ने रिश्तों को किया कलंकित, बच्चों को खिलाया विषाक्त भोजन, एक की मौत

मां केवल शब्द ही नहीं भाव है. एहसास है सुरक्षित रहने का, लेकिन तिसरी थाना इलाके में मां की ममता को कलंकित किए जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल थाना क्षेत्र के रोहनटांड में एक सौतेली मां पर अपने बच्चों को विषाक्त भोजन देकर मारने का आरोप लगा है. इस मामले में जहां एक बच्चे की मौत हो गयी है. वहीं एक की हालत गंभीर है जबकि अन्य सुरक्षित हैं.

विवाह के समय से ही ठीक नहीं था बच्चों से संबंध

घटना बेहद ही गंभीर है. मिली जानकारी के अनुसार तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गडकुरा पंचायत के रोहनटांड निवासी सुनील सोरेन और सैलीन मरांडी के पांच बच्चे थे. सुनील सोरेन की पहली पत्नी सैलीन मरांडी की मौत के बाद उसने सुनीता हांसदा से दूसरा विवाह किया था. मगर विवाह के कुछ समय बाद से ही सुनीता हांसदा का बच्चों के साथ संबंध ठीक नहीं था. अक्टूबर महीने में दंपत्ति द्वारा तीनों बच्चों को उनके दादा लाजर सोरेन व दादी विमला मुर्मू के पास पहुंचाकर गांवा थाना के गोरियाचु चले गए थे.

रात में किसी बच्चे ने नहीं किया था भोजन

इसी दौरान बुधवार की शाम इन बच्चों के दादा – दादी बिहार किसी रिश्तेदार के यहां चले गए. लिहाजा बच्चों की देखरेख के लिए उनकी सौतेली माँ सुनीता हांसदा रोहनटांड वापस आई और रात में मुर्गा बनाकर खिलाया. आरोप है कि सुनीता हांसदा ने मुर्गे में कुछ विषाक्त मिलाकर बच्चों को खिलाने का प्रयास किया, लेकिन इसमें वह असफल रही. इसके बाद गुरुवार की सुबह बच्चों को पुनः उसने जबरदस्ती भोजन करवाया और मौके से भाग निकली. विषाक्त खाना खाने से 3 वर्षीय अनिल सोरेन की मौके पर ही मौत हो गई ,जबकि 9 वर्षीय शंकर सोरेन की स्थिति बिगड़ने से उसे स्वास्थ्य केंद्र तिसरी ले जाया गया. जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफर कर दिया गया. वहीं 13 वर्षीय सोनू सोरेन ने खाना नहीं खाया और 11 वर्षीय विजय सोरेन ने भोजन उगल दिया जिससे उन बच्चों पर कोई प्रभाव नहीं हुआ.

आरोपित महिला को हिरासत में लेकर जांच में जुटी पुलिस

घटना की सूचना पर तिसरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया. वहीं इस मामले में पुलिस द्वारा आरोपित सुनीता हांसदा को गावां थाना के गोरियाचु से हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने की सूचना है.

पहले भी बच्चों को बेचने का किया था प्रयास, चाइल्डलाइन की टीम ने किया था बचाव

घटना को लेकर आसपास में चर्चाओं का बाजार गर्म है. हर कोई आरोपित महिला को कोष रहा है. घटना को लेकर चाइल्डलाइन के जयराम प्रसाद ने बताया कि 1098 के माध्यम से सूचना मिली थी कि रोहनटांड में जहरीला भोजन खाने से बच्चे की मृत्यु हो गई है. जिसकी पुष्टि के लिए रोहणटांड गांव पहुंचकर देखा तो एक बच्चा मृत पड़ा था. वहीं दूसरे बच्चे की स्थिति सीरियस थी. तो उसे अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर से दिखाने के बाद उसे गिरिडीह रेफर कर दिया गया वापस पुनः गांव आने पर पता चला कि गांव में पूछताछ करने पर पता चला कि उसकी सौतेली मां ने बच्चों को खाने में जहर दे दिया है. चाइल्ड लाइन के जयराम ने बताया कि दो-तीन माह पूर्व भी मृतक अनिल सोरेन को बेचने का प्रयास किया गया था.

रिपोर्ट : चंदन भारती