गावां : गावां प्रखंड के सरुआ में अवस्थित प्राचीन काल से सेरूआ सिमर बाबा के नाम से जाने वाले स्थल में बड़ी श्रद्धा से लोग पूजा अर्चना और मन्नतें मांगने आते हैं यहां की पुजारी कहते हैं कि यहां सोमवार बुधवार और शुक्रवार को पूजा होता है जो लोग मन्नत मांगते हैं उनकी मन्नत पूरी होती है तो यहां सफेद बकरे या सफेद मुर्गे की बलि देते हैं यह परंपरा प्राचीन काल से ही चला आ रहा है छोटे से जगह होने के कारण स्थान प्रसिद्ध नहीं हो पाया है परंतु इस जगह को प्रसिद्ध और पहचान देने के उद्देश्य गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड के मानिकबाद के रहने वाले समाजसेवी पवन बिहारी यादव ने बीड़ा उठाया है उन्होंने इस स्थान को चारों तरफ सौन्दर्यीकरण करने का मन में ठान लिया है इसको लेकर यहां के स्थानीय लोगों को भी काफी उनको सहयोग मिल रहा है। सोमवार को पौष पूर्णिमा के दिन समाजसेवी पवन बिहारी के द्वारा पूजा अर्चना के बाद चाहरदीवारी का नींव रखा गया है। जल्द ही इस पूरे मंदिर परिसर व चाहरदीवारी और पूरी तरह से
सौन्दर्यीकरण कार्य किया जाएगा। स्थानीय लोगों की माने तो यह स्थल बहुत ही मान्यता पूर्ण स्थल है।