भगवान शिव के दर्शन के लिए साइकिल से पहुंच गए केदारनाथ, 56 दिनों बाद लौटे घर

दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो और सीने में महादेव हो तो फिर कोई भी रास्ता तय किया जा सकता है. एक ऐसे ही शिव भक्त की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिसने अपने आराध्य देव का दर्शन करने के लिए हजारों किलोमीटर की दूरी नाप दी. 56 दिनों में उसने यह सफर पूरा किया.

दरअसल, जमुई जिले के झाझा के रहने वाले प्रीतम राजहंस ने झाझा से केदारनाथ तक की यात्रा साइकिल से पूरी कर दी. करीब 56 दिनों तक लगातार साइकिल चलाकर वह शनिवार को जमुई वापस लौटा. प्रीतम राजहंस ने पिछले महीने 5 मई को अपनी यात्रा शुरू की थी और हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री होते हुए पहाड़ की चढ़ाई कर वह केदारनाथ पहुंचा.

अपने आराध्य से मिलने का था जज्बा
प्रीतम राजहंस ने कहा, ‘भगवान भोलेनाथ में मेरी बड़ी प्रगाढ़ आस्था है और इसी कारण मैंने उनके दर्शन करने का निर्णय किया और साइकिल उठाई. भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए केदारनाथ की यात्रा पर निकल पड़ा. इस दौरान रास्ते में कई बाधाएं आई, पर जगह-जगह पर लोग मेरा सहयोग करते रहे. प्रीतम ने बताया कि जब भी आप कुछ करने निकलते हैं तब बाधाएं तो आती ही हैं. लेकिन अगर मन में महादेव और उनके प्रति सच्ची निष्ठा हो तब फिर हर चढ़ाई को पार किया जा सकता है’. बताते चलें कि जमुई से केदारनाथ की दूरी एक हजार किलोमीटर से भी अधिक है और वहां से बद्रीनाथ होते हुए करीब 2 से ढाई हजार किलोमीटर साइकिल चलाकर झाझा के 21 वर्षीय प्रीतम राजहंस ने साबित कर दिया कि अगर भगवान में सच्ची आस्था हो तो फिर उनसे मिलना मुश्किल नहीं है.

पर्यावरण बचाने की दे रहे हैं प्रेरणा
प्रीतम ने बताया कि पर्यावरण को बचाना काफी आवश्यक है और यही कारण है कि साइकिल से यात्रा करने निकला. प्रीतम ने तमाम लोगों से भी यह गुजारिश करूंगा कि वह भी पर्यावरण को बचाने के प्रति सजग हों तथा हर साल अपने जन्मदिन के अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं और उसकी देखभाल करें. इससे पर्यावरण को बचाया जा सकेगा.