उसरी नदी बचाव अभियान से जुड़े लोग : राजेश सिन्हा

गिरिडीह : भाकपा माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि गिरिडीह की लाइफ लाइन उसरी नदी को लेकर प्रशासन, खनन विभाग, जनप्रतिनिधि और लोकल प्रतिनिधि भी उदासीन है। आम जनता भी प्रशासन और लुटेरे प्रतिनिधि से डरते हैं, उनके डर को निकालने की सख्त जरूरत है। चुंकि अभी छठ के दिनों में काफी संख्या में लोग नदी में आएंगे, नगरनिगम,जनप्रतिनिधि आदि को इस ओर हो रही गड़बड़ी को दिखाने की सख्त आवश्यकता है और जब आम जनता जाग जाएगी तो निश्चित कुछ ख़ास जागरूकता पैदा होगी। इसमें बुजुर्ग,नौजवान,महिलाएं,बच्चे छात्र,छात्राओं ,सामाजिक संगठन,गैर सरकारी संगठन सभी को जागरूक करना होगा अर्थात खुद मोटीवेट होना पड़ेगा।

कहा कि उसरी नदी के कोख बालू को ही उजाड़ा जा रहा है। बालू को निकालते निकालते सभी जगह पत्थर निकलने लगे है। जिस घाट का टेंडर नहीं हुआ उसका भी बालू लूट लिया जा रहा है। आखिर कौन है इसके पीछे यह आम लोगों को पता है,उसे उजागर करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि लोगों को आगे आना होगा माले हमेशा ऐसे मुद्दे को उठाते आई है और अंजाम तक लेकर भी गयी है। दूसरा बड़ा मुद्दा है कि शहर की सभी नालियां बिना फिल्टर डाइरेक्ट गंदगी के साथ नदी में मिल रही है उसपर भी जनप्रतिनिधियों का सिर्फ भाषण ही सुनने को आता है साथ ही साथ नगर निगम भी सोई हुई है सिर्फ कमाई वाला टेंडर पर ही काम करता है इसलिए आप सब से अपील है कि उसरी बचाव अभियान जो गिरिडीह बचाव अभियान के अंतर्गत आता है जिसके द्वारा कई बार आवाज उठाई गई है कई बार गिरिडीह उपायुक्त,खनन विभाग आदि को लिखित आवेदन दिया गया है लेकिन संज्ञान में नहीं लिया गया है।

इसलिए जनांदोलन की आवश्यकता है। जिसमें आम जनता की भागीदारी अति आवश्यक है। इसबार घाट में ही इसकी आगाज की जाएगी उन्होंने आम आवाम से निवेदन किया है कि इस मुद्दे से जुड़े और बढ़चढ़ कर साथ दें।