गिरिडीह : भारत की नामी मसाला कंपनी दी हट्टी (एमडीएच) के प्रमुख व्यवसायी पद्मभूषण धर्मपाल गुलाटी का 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वह माता चंदा देवी अस्पताल में भर्ती थे। पिछले साल धर्मपाल गुलाटी को व्यापार और उद्योग खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मभूषण से नवाजा गया था। पद्मभूषण धर्मपाल गुलाटी 98 वर्ष के थे। उनके निधन से आर्य समाज सहित देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
बता दें कि धर्मपाल एक समाज सेवक भी है और आज उनकी वजह से काफी सारे स्कूल और हॉस्पिटल भी खुल चुके हैं। वही कोरोना संक्रमण काल के दौरान महाशय धर्मपाल गुलाटी ने नई दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 7500 पीपीई किट उपलब्ध कराई थी। आज उनके निधन से व्यापारी जगत सहित आर्य समाज और देश में शोक की लहर दौड़ गई है।
ज्ञात हो कि महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में 27 मार्च 1923 को हुआ था। वह पांचवी पास थे। उनका पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लगता था जबकि उनके पिता चुन्नीलाल चाहते थे कि धर्मपाल गुलाटी खूब पढ़े। महाशय धर्मपाल गुलाटी भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय ही पाकिस्तान के सियालकोट से भारत पहुंच गए थे।
भारत में उन्होंने अमृतसर को अपना ठिकाना बनाया लेकिन कुछ दिन के बाद वह अपने बड़े भाई के साथ दिल्ली आ गए। दिल्ली में शुरुआत में उन्होंने तांगा चलाने का कार्य शुरू किया था जिसे वह अपना गुजर-बसर करते थे। उन्होंने बढ़ई सहित कई काम किए लेकिन मसाला धंधा में पुराने होने की वजह से उन्होंने मसाले की दुकान शुरू कर दी। नौ बाई 14 फुट की दुकान दोनों ने मसाले का कार्य शुरू किया था।
गौरतलब है कि महाशय धर्मपाल गुलाटी ने 1959 में एमडीएच (MDH) फैक्ट्री की स्थापना की थी। 1960 का वक्त था जब भारत में उन्होंने अपनी पहली फैक्ट्री खोली। देशभर के अंदर ही एमडीएच की 15 फैक्ट्रियां हैं, इनमें दिल्ली-एनसीआर में ही आधा दर्जन से अधिक फैक्ट्रियां हैं। एमडीएच फैक्ट्री करीबन हजार डीलरों को मसाला सप्लाई करती हैं। वही आज देश ही नहीं विदेश में भी इन मसालों के काफी नाम है।