हजारीबाग : जेपीएससी मेंस परीक्षा को लेकर कौशल्या प्लाजा स्थित चाणक्या आईएएस एकेडमी के हजारीबाग शाखा में आगामी 27 सितंबर से नए बैच की शुरुआत की जा रही है। उक्त जानकारी देते हुए संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा ने कहा कि समय की अहमियत के मद्देनज़र नए बैच की शुरुआत की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जेपीएससी मेंस परीक्षा को ध्यान में रखते हुए इस विशेष बैच में सभी महत्वपूर्ण विषयों की तैयारी विषय विशेषज्ञों के माध्यम से कराई जाएगी। श्री मिश्रा ने बताया कि चाणक्या आईएएस एकेडमी में विद्यार्थियों की तैयारी के लिए एक आदर्श शैक्षणिक वातावरण, आधुनिक व उन्नत लाइब्रेरी, अनुकूल उत्तम कक्षाएं, जीडी रूम एवं डाउट क्लियरिंग कक्षाओं की सुविधाओं के साथ साथ सफल विद्यार्थियों से भी मार्गदर्शन कराए जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि संस्थान की ओर से विद्यार्थियों के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है।
संस्थान की अहमियत का ज़िक्र करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि चाणक्या आईएएस एकेडमी में हमेशा नई शैक्षणिक रिसर्च पद्धति के माध्यम से विद्यार्थियों को अनुकूल व बेहतर वातावरण मुहैया कराया जाता है, जिससे सिविल सेवा में सेवा प्रदान कर विद्यार्थी केवल अपने सपनों को ही साकार ना कर सके बल्कि बतौर अधिकारी लोगों की अपेक्षाओं पर भी खरा उतर सके। उन्होंने जानकारी दी और कहा कि छठा जेपीएससी परीक्षा में संस्थान के 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सफलता अर्जित की थी।
वहीं संस्थान की जेनरल मैनेजर रीमा मिश्रा ने बताया कि अंग्रेजी व हिंदी माध्यमों से तैयारी कराए जाने के अलावा ऑफलाइन व ऑनलाइन माध्यम से भी जेपीएससी मेंस परीक्षा को लेकर कक्षाएं कराए जाने की सुविधा भी विद्यार्थियों को मुहैया कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के संपूर्ण तैयारी के मद्देनजर नियमित टेस्ट सिरीज़ के साथ साथ नि: शुल्क साक्षात्कार के माध्यम से विद्यार्थियों को सफलता के लिए तैयार किया जाता है। श्रीमती मिश्रा ने आगे बताया कि संस्थान में विद्यार्थियों को स्तरीय गुणवत्ता पूर्ण सामग्री मुहैया कराए जाने के साथ साथ हर पेपर को विषय विशेषज्ञ के ज़रिए अंतिम मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने को लेकर अधिकतम अंक पाने के तरीकों पर भी ज़ोर दिया जाता है। इतना ही नहीं लेखन अभ्यास के माध्यम से टू द प्वाइंट अप्रोच व व्याकरण की बारीकियों से भी संस्थान में विद्यार्थियों को अवगत कराया जाता है, ताकि विद्यार्थियों में धाराप्रवाह्यता का विकास हो, जो उनके सफलता की कुंजी बन सके।