निगम चुनाव में मेयर की सीट हुई अनारक्षित, शहरी क्षेत्र में बढ़ी सरगर्मियां

समृद्ध समाचार डेस्क : एक ओर जहां नवम्बर के महीने में ठंड के दस्तक के साथ ही तापमान में गिरावट होने लगी है. लोग स्वेटर जैकेट पहनने लगे हैं. वहीं गुरुवार की सुबह राज्य निर्वाचन आयोग से आई एक अधिसूचना ने इस ठंड के मौसम में नगर निगम क्षेत्र में गर्माहट पैदा कर दिया है. यूँ कहें तो इस अधिसूचना ने निगम क्षेत्र के सियासी तापमान को बढ़ा दिया है. दरअसल निगम चुनाव में महापौर के सीट को लेकर बीतें कई दिनों से चर्चाओं का बाजार गर्म था. चुनावी मैदान में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशीयों के नाम तो कई दिनों से येन केन प्रकारेण सामने आने लगे थे. लेकिन सीट को लेकर लोगों के मन में संशय बना हुआ था. गुरुवार को इस संशय को चुनाव आयोग ने ख़त्म कर दिया. राज्य निर्वाचन आयोग से जारी हुए अधिसूचना के मुताबिक गिरिडीह महापौर की सीट को अनारक्षित कर दिया गया है. वहीं इस अधिसूचना के जारी होते ही चुनावी मैदान में उतरने की मंशा पाले कुछ लोग ख़ुशी में हैं और अपनी दावेदारी मजबूत करने की तैयारियों में जुट गए हैं तो वर्षों से रिज़र्व कोटे की आस लगाए बैठे प्रत्याशी मायूस नज़र आ रहे हैं.

कुल मिलाकर कहें तो इस बार नगर निगम का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. चुनाव में हरेक वर्ग से जुड़ें लोगों के इस बार मैदान में भिड़ने की प्रबल सम्भावना है. अब तक मिल रही जानकारी के अनुसार शहर के एक मशहूर लोह उद्योगपति, ज़मीन कारोबारी, चिकित्सक, अधिवक्ता, पत्रकार, नेता समेत अन्य कई चेहरे हैं जो इस बार निगम चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने वाले हैं. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस बार किसे गिरिडीह के मेयर की कुर्सी सौंपती है.