गिरिडीह : झालसा रांची के निर्देशा तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह मनोज प्रसाद के आदेशा पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह सोनम बिश्नोई के नेतृत्व में शुक्रवार को सदर अस्पताल गिरिडीह में विश्व धूम्रपान निषेध दिवस पर कानूनी जागरूकता सह साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन शिव प्रसाद मिश्रा ने कहा कि साल 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सदस्य देशों ने एक प्रस्ताव द्वारा 31 मई 1988 में विश्व धूम्रपान निषेध दिवस की शुरुआत की. विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने 31 मई का दिन निर्धारित करके धूम्रपान के सेवन से होने वाली हानियों और ख़तरों से विश्व जनमत को अवगत कराके इसके उत्पाद एवं सेवन को कम करने की दिशा में आधारभूत कार्रवाई करने का प्रयास किया है. इसी दिशा में प्रतिवर्ष प्रतीकात्मक रूप में एक नारा निर्धारित किया जाता हैं.
लीगल एंड डिफेंस काउंसिल के नजमुल हसन बताया कि इस दिन विभिन्न कार्यक्रम कर लोगों को तम्बाकू से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नुक़सान के बारे में बताया जाता है. हालांकि भारत में भी सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर पाबंदी है. इसका मक़सद तम्बाकू नियंत्रण क़ानून के प्रभावी क्रियान्वयन और तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों तक जागरूकता फैलाना है.
कार्यक्रम में लीगल एंड डिफेंस काउंसिल के सभी सदस्य ने अपने-अपने विचार रखें. वहीं दूसरी ओर मकतपुर चौक में मजदूरों के बीच धूम्रपान निषेध कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मजदूरों को धूम्रपान से होने वाले बीमारियों के बारे में भी जानकारी दी गई है. कार्यक्रम को सफल बनाने में पी एल बी दिलीप कुमार, अशोक कुमार वर्मा सुनील कुमार , अनवारुल हक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।