गिरिडीह, गावां, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा गठित बाल मित्र ग्रामों की महिला मंडलो ने राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रविवार को जन चौपाल के द्वारा महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करते हुए अपने अपने अनुभवों को साझा किया। पहाड़पुर महिला मण्डल की अध्यक्ष सुनीता देवी ने कहा कि हम लोग बाल श्रम के खिलाफ़ पिछले एक साल से ग्रामीणों को प्रेरित करते आ रहे हैं।
आज बाल मित्र ग्राम पहाड़पुर की महिलाओं के संयुक्त प्रयास का प्रतिफल है कि एक भी बच्चा बाल मजदूरी करने नहीं जा रहा है।इसको लेकर महीने में दो दिन हम लोग ग्राम स्तर पर अभियान भी चलाते रहते हैं।
किशनपुर महिला मंडल की अध्यक्ष प्रमिला देवी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि
बाल विवाह को लेकर हम लोग निरन्तर जनजागृति अभियान चलाते रहते हैं,महिला मंडल की पहल और महिला सशक्तिकरण की वजह से हम लोग पिछले दो साल के दौरान तीन बाल विवाह रोकने में सफल भी हुए हैं।
एक दर्जन से ज्यादा संभावित बाल विवाह हम महिलाओं द्वारा रोका भी जा चुका है।
अमतरो महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि पहले बेटियों की शादी 14 साल की उम्र में हम लोग कर देते थे,बाल मित्र ग्राम कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह कानूनन जुर्म है इस बात की जानकारी हम लोगों को हुई।
बेटियों की शादी अब 18 साल उम्र पूरी होने के बाद ही कर रहे हैं,यह सब महिला मंडल की बैठक के माध्यम से सम्भव हो सका है।
महिला मंडल ने राष्ट्रीय बाल पंचायत की उपाध्यक्ष सह डायना अवार्ड विजेता चम्पा कुमारी के कामों को भी लोगों के बीच साझा किया गया।
महिला सशक्तिकरण सह जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किशनपुर,अमतरो,पहाड़पुर, भेलवा और सेरुआ में आयोजित किया गया।
मौके पर पतिया देवी,मंजू देवी,लक्ष्मी देवी,कंचन देवी,लखिया देवी,सुनैना देवी,चमेली देवी, प्रमिला देवी,संजना देवी,गीता देवी,कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के बाल अधिकार कार्यकर्ता सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, उदय राय,वेंकटेश प्रजापति,भीम चौधरी ,अमित कुमार,शिवशक्ति कुमार ,राजेश शर्मा और सतीश मिस्त्री सहित सैकड़ों की संख्या में मातृशक्तियों की सक्रिय भागीदारी रही।