भीषण सड़क हादसे से शोक में गिरिडीह, शवों का किया गया अंतिम संस्कार

गिरिडीह : हजारीबाग जिले के टाटी झरिया स्थित सिवाने नदी में शनिवार को हुए भीषण बस दुर्घटना के बाद गिरिडीह में मातम का माहौल है। घटना के बाद से शनिवार की रात सभी 8 मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। वहीं शव के गिरिडीह पहुंचते ही कोहराम मच गया। रविवार को शवों का अंतिम संस्कार मारवाड़ी शमशान घाट में किया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल रहे। घटना के बाद परिवार के लोग सदमे में हैं। परिजनों को रो रो कर बुरा हाल है। वहीं आकस्मिक घटना गिरिडीह के लोग आहत हैं। बता दें कि इस भीषण दुर्घटना में गिरिडीह गुरुद्वारा के सेवादार सुरजीत सिंह, रानी कौर सलूजा, रविंदर कौर, कमलजीत कौर, जगजीत कौर, अमृत पाल सिंह, शिवा सिंह, भूपेंद्र सिंह की मौत हो गई थी। जबकि घायलों की संख्या 44 है। जिनका अलग- अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

घटना को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है। वहीं शव के गिरिडीह पहुंचने पर गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, उद्योगपति अमरजीत सिंह सलूजा, डॉ गुणवंत सिंह, चरणजीत सिंह, हरमिंदर सिंह बग्गा, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी, पूर्व सांसद रविंद्र पांडेय, पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहबादी, मुकेश जालान, अजय कुमार मंटू, दीपक शर्मा, हबलू गुप्ता समेत कई समाजसेवी, जनप्रतिनिधि अपने अपने सुविधा के अनुसार मृतकों के घर या शमशान घाट पहुंच कर शोक प्रकट किया। साथ ही परिवार को हिम्मत दी।

गौरतलब है कि शनिवार सिख समुदाय के लोग रांची में आयोजित समागम कीर्तन में हिस्सा लेने गिरिडीह प्रधान गुरुद्वारा से एस एस टी बस में सवार होकर जा रहे थे। इसी दौरान सिवाने नदी के पुल से नीचे अनियंत्रित होकर बस गिर गई थी।