कृषि को व्यवस्थित और संगठित उद्यमिता से जोड़ने का संकल्प है एफ़ पीओ : आशुतोष प्रकाश

गिरिडीह में बेंगाबाद धनवार व तीसरी के एमपी बोर्ड सदस्यों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ

गिरिडीह : नाबार्ड संचालित एफपीओ कार्यक्रम के अंतर्गत अभिव्यक्ति फाउंडेशन और प्रिंस आर्ट एंड रूलर डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा समर्थित 10 एफपीओ के बोर्ड सदस्य और सीईओ का प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन होटल मानसरोवर में रविवार को किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अमरेश सिंह तथा नाबार्ड के डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए रूपम राय और सावित्री कुमारी नें कार्यक्रम की रूपरेखा को उपस्थित एफपीओ बोर्ड सदस्यों के समक्ष रखा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक ने बोर्ड सदस्यों को एफपीओ संबंधित बैंक की योजनाओं, केसीसी आदि की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंक सदैव एफपीओ के साथ कदम के साथ कदम मिलाकर चलने को तैयार है। एफपीओ को उन्हें दी गई कार्यों को पूरे निष्ठा से करने की जरूरत है।

वहीं नाबार्ड के डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने एफपीओ के गुढ़ तत्वों को प्रशिक्षणार्थियों के समक्ष रखते हुए कहा कि गिरिडीह में कुछ एफपीओ आज के दिन में बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं और बाकी एफपीओ को भी इससे प्रेरणा लेकर अपने काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सौरऊर्जा संचालित कोल्ड स्टोरेज और खाद्य प्रसंस्करण इकाई कई संस्थाओं के द्वारा कम लागत में उपलब्ध कराई जा रही है और इसके लिए बैंक से आसान ऋण सुविधा भी उपलब्ध है। जिससे स्थानीय स्तर पर एफपीओ कृषि संबंधित व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।

इस मौके पर फार्मर इंटरप्राइजेज के उद्यमी अनुज कुमार ने कृषि यांत्रिकीकरण के महत्व पर चर्चा करते हुए जिले में उपलब्ध विभिन्न कृषि उपकरण एवं उनके उपयोग की जानकारी दी और एफपीओ के सदस्यों को आवश्यकतानुसार यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया। राजेश कुमार आभागा ने एफपीओ के बिजनेस संचालन और विस्तार में मीडिया के महत्व पर विस्तार से बताया और कहा कि बिजनेस संचालन में मीडिया के कुशल प्रबंधन से एफ़पीओ अपने कार्यक्रमों से विभिन्न विभागों और किसानों को निरंतर अवगत करा सकते हैं जिससे उनके प्रयासों की सभी को जानकारी होगी और एफपीओ के विस्तार में सभी का सहयोग मिल सकेगा और अधिक से अधिक किसान इस अभियान से जुड़कर लाभान्वित होंगे।

कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को सीएससी, खाद बीज बिक्री केंद्र संबंधित योजनाओं के बिजनेस प्लान संबंधित जानकारी दी और विशेषज्ञ नंदलाल बक्सी द्वारा एफपीओ बिजनेस प्लान बनवाने का अभ्यास कराया। ऑनलाइन प्रशिक्षण के द्वारा नाबार्ड के सलाहकार पीयूष वर्मा ने एपीओ को नाबार्ड पोर्टल पर एफ़ पीओ संबंधित जानकारी को अद्यतन करने के लिए आवश्यक जानकारी दी और एफ़पीओ के कार्य दायित्व पर चर्चा की। प्रिंस आर्ट के सुधीर कुमार ने विस्तार में संगठन की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि एफपीओ के बेहतर संचालन के लिए प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका और इसकी सफलता उनके प्रयासों पर ही निर्भर करती है। वहीं अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्ण कांत ने कहा कि वर्तमान समय में एफपीओ के प्रसार और विस्तार को लेकर सरकार सहित देशभर के सभी विभाग सक्रिय हैं और किसानों को इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए।

कार्यक्रम को सफल बनाने में सावित्री कुमारी, दयानंद तिवारी, भीम सिंह, संजय कुमार, रोहित कुमार, रविंद्र प्रसाद वर्मा, सिकंदर प्रसाद वर्मा, लोकेश कुमार, रणधीर कुमार, संजय मंडल,छत्रधारी, मोइन अंसारी, राजेश यादव, राजकुमार मिश्रा, परमानंद सिंह, आजाद अंसारी, जदु साव आदि ने सक्रिय रूप से भाग लिया।