महामारी के दौरान भी रिश्वतखोर कर्मचारी नहीं आ रहे हैं बाज, एलपीसी बनाने के नाम पर मांग लिए 40 हजार

गिरिडीह : कोरोना महामारी आपदा के दौरान भी गिरिडिह अंचल कार्यालय का भ्रष्टाचारी रवैया जारी है।गिरिडीह अंचल में कोई भी काम बगैर पैसा का होना संभव नहीं दिखता है। ऐसा ही एक मामला गिरीडीह अंचल के मौजा बक्सीडिह हल्का नंबर 6 से आया है।करहरवारी के रहने वाले शैलेन्द्र कुमार गुप्ता ने अंचल कर्मी त्रिभुवन यादव पर 9 डिसमिल जमीन का LPC निर्गत करने के एवज में चालीस हजार रुपया बतौर रिशवत मांगने का आरोप लागया है। शैलेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि उनका करहरवारी में 9 डिसमिल जमीन है जिस पर वह दखल काबिज है जब उन्होंने इसके लिए अंचल सीओ को आवेदन दिया तो अंचल सीओ ने उन्हें हल्का के कर्मचारी त्रिभुवन यादव से मिलने की सलाह दी,जब उन्होंने त्रिभुवन यादव से मिलकर एलपीसी निर्गत करने हेतु रिपोर्ट का बात कहा तो हल्का कर्मचारी ने उनसे बतौर 40 हजार रिश्वत की मांग की है

उन्होंने बताया कि त्रिभुवन यादव के द्वारा कहा गया कि उनके जमीन पर हिमांशु झा नामक व्यक्ति ने आपत्ति दर्ज की है अगर उन्हें एलपीसी चाहिए तो 40 हजार रुपया का देना होगा। उन्होंने अंचल अधिकारी और जिला प्रशासन से तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए हल्का कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि गिरीडीह अंचल में एलपीसी देने के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का धंधा चलता रहा है जिससे शहर के लोग परेशान हैं, हालत यही रही तो किसी दिन कार्यालय में हो हंगामा होना संभव है।