बी एन एस डीएवी में हुआ वेबिनार
गिरिडीह : सिरसिया स्थित बी एन एस डी ए वी पब्लिक स्कूल परिसर में स्थित अटल टिंकरिंग लैब में गुरुवार को वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में मुख्य रूप से डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर के जनसंपर्क पदाधिकारी यशवीर आर्य, डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर के शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर विजय गिरिडीह पहुंचे. मौके पर क्षेत्रीय निदेशक सह प्राचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल झारखंड जोन एच डॉ पी हाजरा पुष्पगुच्छ भेंट कर दोनों का स्वागत किया.
इसके बाद दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. वेबिनार में यशवीर आर्य ने पद्मश्री पूनम सूरी की ओर से क्षेत्रीय निदेशक सह प्राचार्य डॉ पी हाजरा को शाल भेंट कर सम्मानित किया और उन्हें डीएवी विश्वविद्यालय जालंधर (पंजाब) में प्रवेश लेने के लिए झारखंड राज्य का क्षेत्रीय संयोजक बनाया.
इस अवसर पर यशवीर आर्य ने डीएवी पब्लिक स्कूल झारखंड जोन एच के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों के प्राचार्यों, विद्यार्थियों व अभिभावकों से ऑनलाइन जुड़कर अपने उद्बोधन में कहा कि डीएवी संस्थाओं में पढ़ना या पढ़ाना सौभाग्य की बात है. इस संस्था का नामकरण महर्षि दयानंद सरस्वती के स्मृति एवं उनके मंतव्यो को पूर्ण करने के लिए पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी ने किया था. इस संस्था ने देश को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, वैज्ञानिक, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, प्रशासनिक अधिकारी, महान शिक्षाविद, समाज सुधारक दिए हैं. कहा कि डीएवी से पढ़े बच्चे देश की सेवा हर क्षेत्र में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि डीएवी संस्थाएं शिक्षा के साथ संस्कार देने का भी कार्य करती हैं. इसी कड़ी में 2013 में डीएवी कॉलेज प्रबंध समिति नई दिल्ली के प्रधान पद्मश्री पूनम सूरी ने डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर (पंजाब) की स्थापना की. जिसका विशाल परिसर उच्च गुणवत्ता वाले संसाधनों से लैस है. यहां सभी विषयों का शिक्षण श्रेष्ठ क्षमता वाले शिक्षकों के द्वारा किया जाता है. यहां के विद्यार्थियों का प्लेसमेंट शत प्रतिशत है. यहां छात्र-छात्राओं को अलग-अलग छात्रावास की सुविधा प्रदान की जाती है. विद्यार्थी छात्रवृत्ति के साथ-साथ अर्न बाई लर्न का भी लाभ ले सकते हैं. पठन-पाठन में जो छात्र कमजोर हैं उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है. आर्थिक रूप से विपन्न विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति की विशेष व्यवस्था की गई है.
साथ ही उन्होंने क्षेत्रीय निदेशक सह प्राचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल झारखंड जोन एच डॉ पी हाजरा के कुशल नेतृत्व एवं कर्मठ व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि झारखंड में ऊर्जा की कमी नहीं है हम यह चाहता हैं कि डॉ साहब मुझे तीरंदाजी आर्चरी के क्षेत्र में एक ऐसी टीम तैयार करने में मदद करें जो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय मे बेहतरीन प्रदर्शन कर कीर्तिमान हासिल करें इसके लिए हर संभव मदद करने के लिए डीएवी यूनिवर्सिटी तैयार है साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है. हम चाहते हैं कि यहां से बच्चे विश्वविद्यालय में प्रवेश लेकर विश्वविद्यालय की बेहतरीन व्यवस्था का लाभ उठाएं.
डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर के शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर विजय ने कहा कि शिक्षण का मुख्य कार्य कौशल निर्माण है जिसे हमारा विश्वविद्यालय बड़ी निष्ठा से कर रहा है. हमारे विद्यार्थी देश-विदेश के उच्च प्रतिष्ठानों में कार्यरत है और भारतीय संस्कृति के प्रसार के साथ-साथ ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में अपने परचम को लहरा रहे हैं.