जिला खनन टास्क फोर्स अवैध खनन रोकने के लिए दिखा रही है सख्ती, वहीं गावां में कुछ पुलिस पदाधिकारी काट रहे हैं चांदी

गावां : आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अवैध खनन को लेकर सरकार ने जब से सख्ती दिखाई है तो कुछ भष्ट्र अफसरों की चांदी हो गई है. गिरिडीह जिले में बालू और गिट्टी के अवैध परिवहन को रोकने के लिए जिला टॉस्क फोर्स लगातार कार्रवाई कर रही है, तो कुछ भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारियों ने इसे कमाई का एक जरिया बना लिया है.

गावां पुलिस के कुछ पदाधिकारियों ने तो हद पार कर दी है. गावां पुलिस का हाल के एक सप्ताह की गतिविधि से यह प्रतीत हो रहा है कि पुलिस का काम बालू और गिट्टी का परिवहन कर रहे वाहनों से अवैध वसूली करना रह गया है. जबकि नियमानुसार पुलिस बगैर मजिस्ट्रेट के खनिज लदे वाहन को रोक नहीं सकती है. बावजूद पुलिस अवैध वसूली के लिए जहां-तहां वाहनों को रोककर वसूली में लगी हुई है.

हालांकि कई गिट्टी बालू से जुड़े कारोबारी पुलिस के शरण में हैं. बावजूद अगर कोई वैसा वाहन जिसका नंबर गुड लिस्ट में ना हो उसका जमकर दोहन किया जा रहा है. गांवा थाना पुलिस के इस अवैध गतिविधि में गावां थाना में वर्षों से फ्री में सेवा दे रहे दो निजी वाहन चालक मिडीयेटर की भूमिका निभा रहा हैं.

पांच साल से यह दोनों ड्राइवर गावां थाना का नि:शुल्क वाहन चला रहा है. इसके एवज में इसे कोई मेहनाता नहीं दिया जाता है. फ्री में सेवा देकर ये लोग एक तरह से पुलिस के लिए मिडीयेटर का काम करते हैं. पुलिस की इस गतिविधि से गांवा वासियों में काफी नाराजगी है. ग्रामीणों की मानें तो पुलिस निजी काम के लिए बालू गिरा रहे ट्रैक्टरों से जमकर वसूली कर रही है.

इस पूरे मामले पर खोरीमहुआ एसडीपीओ ने कहा कि मामले की सूचना मीडिया के माध्यम से मिल रही है. अब तक किसी पीड़ित वाहन मालिक ने गावां पुलिस पर वसूली का आरोप नहीं लगाया है. फिर भी मामले की जांच करवाई जाएगी. अगर सही पाया गया, तो कार्रवाई की जाएगी.