भाजपा ने आपातकाल के विरोध में मनाया काला दिवस, आंदोलनकारियों को अंग वस्त्र भेंट कर किया सम्मानित

गिरिडीह : 25 जून 1975 को ही पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू कर दिया गया था। इस दौरान विपक्ष के तमाम नेताओं को जेल में डाल दिया गया था और प्रेस की स्वतंत्रता भी बाधित हुई थी। बीजेपी समेत तमाम गैर-कांग्रेसी दल अकसर आपातकाल के फैसले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोलते रहे हैं।आपातकाल के 46 वर्षी पर शुक्रवार को पचंबा के हरिचक स्थित भाजपा के जिला कार्यालय में गिरिडीह भाजपा कमेटी ने आपातकाल को काला दिवस मानते हुए काला बिल्ला लगाया। और भूतपूर्व पीएम के इस फैसले का विरोध किया। काला दिवस कार्यक्रम की शुरुआत नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पंडिय दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया। वहीं मौके पर आपातकाल के दौर में जेल गए पूर्व विधायक सह भाजपा नेता लक्ष्मण स्वर्णकार, अपूर सिंह, पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सूनील अग्रवाल, आनंद बरनवाल, विजय अग्रवाल को अंगवस्त्र भेंट कर और प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के अध्यक्ष महादेव दुबे ने किया। तो कार्यक्रम में जमुआ विधायक केदार हाजरा, किसान मोर्चा के अध्यक्ष दिलीप वर्मा व पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी भी शामिल हुए।

पार्टी कार्यालय में मनाएं गए आपातकाल के दौरान जेल गए इन आंदोलनकारियों के कई कार्यकर्ताओं ने पांव छूकर आशीर्वाद भी लिया।सम्मानित होने के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए आंदोलनकारी और पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार ने कहा कि भूतपूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने 46 साल पहले देश के साथ जो अत्याचार किया। उसे संभवत कोई भूल सकें। क्योंकि आपातकाल के वक्त में सिर्फ हिंसा और एक-एक व्यक्ति पर जुल्म हुआ। आपातकाल के उस हालात से गुजरे लोग ही उस बुरे वक्त के जुल्म को बता सकते है।कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री विनीता कुमारी, संदीप डंगाईच, संजीत सिंह पप्पू, प्रकाश दास, संतोष गुप्ता, पीयूष सिन्हा, अनूप सिन्हा, नवनीत सिंह समेत कई मौजूद थे।