557 दिनों के बाद अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने सम्मेदशिखर में किया महापारणा

देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

गिरिडीह : जिले के मधुबन स्थित सम्मेदशिखर पारसनाथ में 557 दिनों के बाद अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने शनिवार की सुबह 8 बजे महापारणा किया. इस दौरान पूरा पारसनाथ पर्वत महाराज आचार्य प्रसन्न सागर जी के जयघोष से गुंजायमान हो उठा. देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों हजार की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु महाराज के दर्शन को आतुर दिखे. इस दौरान पर्वत से पालकी पर लेकर उन्हें निचे लाया गया. इस दौरान हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालु महाराज के पालकी के साथ चल रहे थे. पुरे रास्ते में गाजे बाजे और पुष्प वर्षा के साथ महाराज का स्वागत कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया गया.

बता दें कि आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज विगत 10 महीने से मौन व एकांतवास में रहकर साधना में लीन थे. पुरे व्रत के दौरान उन्होंने मात्र 61 पारणा किया. बताया जाता है कि भगवान महावीर के बाद आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ही ऐसे दिगंबर संत हैं जिन्होंने इतनी कठिन साधन की है.

आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज के महापारणा को लेकर मधुबन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. पुरे मधुबन को फूलों व आकर्षक लाइट से साज सज्जा की गयी है. अलग-अलग राज्यों के कलाकारों द्वारा भी यहां प्रस्तुति दी जा रही है. यह कार्यक्रम तीन फरवरी तक चलेगा जिसमें देशभर के कई दिग्गज भी यहां पहुंचेंगे. कार्यक्रम के पहले दिन बाबा रामदेव समेत अन्य लोग पहुंचे. वहीं अन्य कई दिग्गज भी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंच रहे हैं.

कार्यक्रम को लेकर इलाके में सुरक्षा के तगड़े इन्तेजाम किये गए हैं. प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल के जवान मौजूद थे.