गिरिडीह : अधिवक्ता संघ ने शहर के जाने माने व्यक्तित्व और अधिवक्ता चंद्र मोहन सिन्हा ‘चेनू बाबू’ को मंगलवार को गिरिडीह बार एसोसिएशन में भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर वकालत खाना में उनकी तस्वीर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की गई.
गौरतलब है कि चंद्र मोहन सिन्हा का देहांत गत वर्ष 19 फरवरी को उनके तत्कालीन निवास दिल्ली एनसीआर में हो गया था. चंद्रमोहन सिन्हा ने, जिन्हें चेनू बाबू के नाम से भी जाना जाता था, पांच दशकों से अधिक समय तक वकालत की प्रैक्टिस की.
गिरिडीह कोर्ट के अलावा उन्होंने चास-बोकारो, रांची और दिल्ली हाई कोर्ट में भी अपनी सेवाएं दी. चेनू बाबू को क़ानून पर उनकी पकड़, जिरह की धार और अंग्रेजी तथा हिंदी दोनो भाषाओं में अतुल्य कमांड के लिए याद किया जाता है. उन्हें सिविल तथा क्रिमिनल दोनों के कानून में महारत हासिल थी और कई वर्षों तक वो गिरिडीह कोर्ट में स्पेशल पब्लिक प्रोसेक्यूटर के पद पर भी रहे. साल 2000 के बाद उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के पैनलों पर वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में सेवाएं दी थी.