रोजगार की तलाश में मंगलौर जा रहे तिसरी के एक प्रवासी मजदूर की रास्ते में मौत, परिजनों में मातम

एक वर्ष पूर्व ही हुआ था विवाह

गिरिडीह : रोजगार की तलाश में तिसरी से मंगलौर जा रहे एक प्रवासी मजदूर की रास्ते में ही मौत हो गई। मृतक प्रखंड के खटपोंक पंचायत के देवानजोत निवासी सुरेश राय का 25 वर्षीय पुत्र उपेंद्र राय था। बताया जाता है कि उपेंद्र के पिता सुरेश राय भी एक प्रवासी मजदूर हैं वे गुजरात में मजदूरी करते हैं। वहीं उपेंद्र भी रोजगार के लिए बीते 14 मई को तिसरी से मंगलौर के लिए निकला था। 15 मई को कोलकाता के हावड़ा से उसका टिकट था। उसके साथ उसके मामा और भाई शंकर राय और कारू राय भी थे। लिहाजा इन तीनों ने हावड़ा से ट्रैन पकड़ ली लेकिन उपेंद्र अलग बोगी में रह गया जबकि उसके मामा और भाई दूसरे बोगी में थे।

मिली जानकारी के अनुसार सफर के दौरान उपेंद्र की तबीयत बिगड़ने लगी। उसे बार – बार उल्टियां होने लगी, ट्रेन में अधिक भीड़ होने के कारण उसे घुटन सी महसूस होने लगी। इस बीच उपेंद्र ने 16 मई की रात्रि में पहले दूसरे बोगी में सफर कर रहे अपने मामा या भाई को फोन किया, लेकिन वे लोग फोन नहीं उठा पाए। जिसके बाद उसने अपनी पत्नी को फोन किया लेकिन मोबाइल साइलेंट में होने के कारण उसकी पत्नी भी फोन नहीं उठा सकी। अंततः उसने अपनी भाभी के यहां फोन कर मां से बात करवाने को कहा। घरवालों को उसने बताया कि उसकी तबीयत बहुत ही खराब है और उसे घुटन सी महसूस हो रही है,जिसके बाद फोन कट गया।

 

मृतक की मामी फुलमनी देवी ने बताया कि उपेंद्र की हालत देख ट्रेन में बैठे लोगों और टीटी ने उससे उसके बारे में पूछा तो उसने अकेले सफर की बात कह दी। जिसके बाद वह बीच रास्ते में ही तमिलनाडु के ई जक्शन पर उतर गया। जिसके बाद रेलवे पुलिस द्वारा उसकी मौत की खबर मिली। उपेंद्र का विवाह पिछले वर्ष ही हुआ था। उसके माता – पिता,पत्नी समेत परिवार के लोगों का रो- रो कर बुरा हाल है।