102 वर्षीय समाजसेवी हरखू महतो का हुआ निधन,क्षेत्र में शोक की लहर

गिरिडीह : एक पुराने दशक से समाज में जुटे 102 वर्षीय समाजसेवी हरखू महतो का निधन होने से क्षेत्र में शोक की लहर है। मृतक हरखू महतो अपने स्कूल पीरियड से ही आस पास के लोगों के विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाते रहे है, गरीब परिवार में जन्म लेने वाले जमुआ प्रखंड के शाली नईटाड़ ग्राम के रहने वाले स्वर्गीय हरखू महत्व विभिन्न गांव में दानव रूपी दहेज प्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक करते रहे है। सैकड़ों परिवार के घर में दहेज मुक्त बच्चियां बसाने और वैसे गरीब का जो अपना घर मकान नहीं बना पाते उन्हें भी सहयोग करने का काम करते रहे। उन्होंने अपने बचपन काल से ही कभी साबुन नहीं लगाया और ना ही किसी कॉस्मेटिक का उपयोग किए आज तक वैसे व्यक्ति समाज में बहुत कम मिलते हैं जो अंग्रेजों के समय में विदेशी वस्तुओं को ना खरीदने और विरोध करने का काम करते रहे है।

विते सोमवार 5 सितम्बर को उनका निधन सुबह 4 बजे हो गई। उनके निधन से जमुआ सहित आस पास के इलाके में शोक की लहर है।शोक ब्यक्त करने वालों में मुख्य रूप से जिला चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ अशोक कुमार वर्मा,दशरथ प्रसाद वर्मा,मुखिया प्रतिनिधि विवेकानंद कुशवाहा,पूर्व मुखिया आसुतोष कुशवाहा,पंसस प्रतिनिधि राजेश वर्मा,प्रवीण वर्मा,जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल है।