संवेदकों की सुस्त मिजाजी के कारण झेलना होगा पेयजल संकट, भंडारी पंचायत के ग्रामीण परेशान

नल जल योजना के तहत धीमी गति में हो रहा काम

तिसरी : अप्रैल महीने में ही सूर्य देवता का प्रकोप अपने चरम पर है. दिनों दिन तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है. गिरिडीह जिले में तापमान 38 डिग्री पहुंच गया है. वहीं गर्मी के साथ अब पेयजल संकट गहराने लगा है. सरकार ने पेयजल समस्या के समाधान के ‘हर घर नल जल योजना’ की शुरुआत की थी, लेकिन कुछ संवेदकों की लापरवाही और सुस्त मिजाजी के कारण शायद इस भीषण गर्मी में भी कई क्षेत्रों में लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना होगा.

अधूरा पड़ा है कई काम

तिसरी प्रखंड में भी नल जल योजना का काम कछुए की गति से चल रहा है. तिसरी प्रखंड के भंडारी पंचायत में नल जल योजना के तहत कई जलमीनार बनाये गए हैं, लेकिन घरों तक कनेक्शन करना तो दूर अभी तक समरसेब्यूल व जलमीनार में सोलर प्लेट तक नहीं लगाया गया है. इतना ही नहीं कई स्थानों पर किए गए बोरवेल में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं निकला. जबकि 8 जगहों पर पुराने बोरिंग में ही कनेक्शन करने की नियत से वहां बोरिंग नहीं की गई.

पुराने बोरवेल में भी पर्याप्त मात्रा में नहीं है पानी

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पुराने बोरवेल में भी पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं है, लेकिन ऐसे स्थानों पर भी जलमीनार का स्ट्रक्चर खड़ा कर दिया गया है. ऐसे में कितने घरों तक जलापूर्ति होगी इसका महज अंदाजा ही लगाया जा सकता है.

जल्द पेयजलापूर्ति बहाल करवाने की मांग

इस संबंध में समाजसेवी राजकुमार शर्मा और मुन्ना गुप्ता ने कहा कि विभाग द्वारा किए जा रहे कार्य का सूचना अधिकार के तहत ब्योरा भी मांगा गया है. उन्होंने पीएचईडी विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और जेई से जल्द ही पेयजलापूर्ति चालू करने का आग्रह किया है. भंडारी पंचायत के मुखिया पिंकेश सिंह ने भी जेई से बात कर जल्द पेयजलापूर्ति बहाल करवाने की बात कही है.

जल्द बहाल होगी पेयजलापूर्ति : जेई

वहीं इस बाबत पीएचईडी विभाग के जेई मनीकांत मंडल से फोन पर सम्पर्क किया गया तो, उन्होंने बताया कि प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में कमोबेस पेयजलापूर्ति बहाल की जा चुकी है. भंडारी पंचायत में योजना का कार्य ठेकेदार द्वारा दूसरे पार्टी को दिया गया है इसलिए देरी हुई है. उन्होंने कहा कि जल्द ही भंडारी में भी पेयजलआपूर्ति बहाल कर दी जाएगी.

रिपोर्ट : चंदन भारती